पुणे , 28 मार्च 2010 महाराष्ट्र साहित्य परिषद द्वारा आयोजित 83 वें अखिल भारतीय साहित्य सम्मेलन में गायत्री परिवार पुणे शाखा ने गुरुदेव द्वारा रचित साहित्यों की प्रदर्शनी लगाई,जिसमें मराठी, हिन्दी, अंग्रज़ी में लगभग 1000 शीर्षक प्रदर्शित किए गये . अन्य स्टालों से अलग वैज्ञानिक विचारधारा से परिपूर्ण इन साहित्यों में आगंतुकों ने खास रूचि दिखाई . समाज को दिशा देने के लिए सस्ते मुल्य में साहित्य उपलब्ध करने के प्रयासों की लोगों ने खूब सराहना की . ज्ञात हो की पुणे के आसपास के गाँव से आए लोगों ने भी पुस्तकालयों एवम् वचनालयों के लिए पुस्तकें खरीदी एवम् अनुरोध किया की उनके यहाँ भी एसी प्रदर्शनी लगाई जाय, ताकि अन्य परिजन भी इसका लाभ उठा सकें .मराठी भाषी क्षेत्र होने के बावजूद अंतिम एक दिन का विक्रय ही लगभग 10000/- रु. था . साहित्य एवम् राजनीति जगत से जुड़े कई गणमान्य व्यक्ति भी स्टाल पर आय ओर उन्हें भी गायत्री परिवार का परिचय प्राप्त हुवा . कार्यकर्म के सफल आयोजन में गायत्री परिवार पुणे युथ ग्रुप के सभी उवाओं की विशेष भूमिका रही .